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बुध का मेष राशि में उदय, जानिए राशियों पर क्या होगा प्रभाव
डॉ श्रद्धा सोनी, वैदिक ज्योतिष आचार्य, रतन विशेषज्ञ, वास्तु एक्सपर्ट
10 मई, 2023 को रात 12 बजकर 53 मिनट पर बुध का मेष राशि में उदय होगा। ज्योतिष में बुध को प्रवृत्ति से स्त्री और तर्क का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह माना जाता है। बुध का मेष राशि में उदय होने से राशियों के जीवन पर पड़ने वाले सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव के बारे में इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे।
बुध देव जब मिथुन और कन्या में मौजूद होते हैं, तो इनका प्रभाव काफी सकारात्मक रहता है। चूंकि बुध देव की उच्च राशि कन्या है और इसी राशि में उनकी मौजूदगी के परिणामस्वरूप जातकों को बिज़नेस में अच्छे लाभ प्राप्त होते हैं। हालांकि, यह बात भी साफ है कि सभी 12 राशियों के जातकों को इसके अच्छे और बुरे परिणाम मिलने के आसार हैं।
बुध का मेष राशि में उदय, पाएं सभी अहम जानकारियां
ज्योतिष में बुध के महत्व के बारे में जानते हैं और इसके बाद हम इसके प्रभाव के बारे में बात करेंगे।
ज्योतिष में बुध का महत्व
जिनकी कुंडली में बुध मज़बूत स्थिति में मौजूद होते हैं, उन्हें जीवन में संतुष्टि, अच्छी सेहत और बुद्धिमान व्यक्तिव की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, बुध के आशीर्वाद से आपको जीवन में उच्च दर्जे का ज्ञान और सफलता प्राप्त होती है और इसकी मदद से आप व्यावसायिक जीवन में अच्छे निर्णय लेने में सक्षम होते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के प्रमुख ग्रह बुध के सकारात्मक प्रभाव से कामयाबी मिलने की संभावना अधिक रहती है।
जिन जातकों की कुंडली में बुध देव राहु, केतु या फिर मंगल के साथ मौजूद होते हैं उन्हें जीवन में बाधाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
बुध और मंगल की युति के परिणामस्वरूप जातकों की सोचने की शक्ति में कमी आती है। इसके अलावा जातकों का व्यवहार उग्र हो जाता है और वह जल्दबाजी में कार्य करते हैं।
अगर बुध, राहु या केतु के साथ रहते हैं तो इसके फलस्वरूप जातकों को सोने में परेशानी, स्किन से संबंधित रोग और नसों से संबंधित बीमारी होने का खतरा अधिक होता है।
वहीं अगर बुध बृहस्पति के साथ मौजूद हों, तो आपको इसके बेहद शानदार परिणाम मिलते हैं, ऐसे में जातकों को बिज़नेस में बड़े धन लाभ होने के आसार रहते हैं।
बुध का मेष राशि में उदय: ज्योतिषीय प्रभाव
बुध देव तर्क, शिक्षा, संवाद कौशल और बुद्धि के कारक माने जाते हैं। इनकी कमज़ोर अवस्था के कारण आपके अंदर असुरक्षा की भावना, ध्यान लगाने में बाधा, समझने में परेशानी और याददाश्त की कमी जैसी दिक्कतें होने की आशंका रहती है। वहीं, बुध के उदय होने का सीधा मतलब है कि उनकी शक्तियों में वृद्धि होगी और ख़ास तौर से जब यह मिथुन या कन्या राशि में हों तो इसके परिणामस्वरूप आप बिज़नेस में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल हो सकते हैं।
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के पहले भाव में उदय होने जा रहे हैं।
आम तौर पर इस भाव में बुध का उदय होना जातकों के लिए ज्यादा अनुकूल और फायदेमंद साबित नहीं होता है। इस दौरान आपके काम में विलंब होने की आशंका है लेकिन चिंता न करें क्योंकि आपको इससे कुछ ज्यादा दिक्कतें नहीं होंगी।
कुछ चुनौतियों का सामना करने के बाद आपको कामयाबी का स्वाद अवश्य ही चखने को मिलेगा लेकिन बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए लोन के रूप में कुछ आर्थिक परेशानियां ला सकता है।
करियर की दृष्टि से देखें तो मेष राशि के जातकों को पेशेवर जीवन में चुनौतियां मिलने की आशंका है लेकिन आप अपने काम को लेकर समर्पित हैं और इसके परिणामस्वरूप आप सभी लक्ष्यों को पाने में सफल होंगे। बुध के उदय होने से आपके कार्यस्थल की जगह में बदलाव आने के संकेत हैं इसके अलावा आपको इस अवधि में ज्यादा ट्रैवल करना पड़ सकता है। सकारात्मक पक्ष देखें तो आपको इस वक्त में कई सारे नए और बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे।
अगर आप बिज़नेस करते हैं तो इस अवधि में आपको बड़े धन लाभ अर्जित करने में परेशानियों
होने के संकेत हैं लेकिन आप आउटसोर्सिंग या विदेश के माध्यम से पैसे कमाने में सफल होंगे। इसके अलावा आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको सही योजना के साथ आगे बढ़ना होगा।
मेष राशि के जातकों के आर्थिक पक्ष को देखें तो इस अवधि में आपकी कमाई और खर्च दोनों में ही वृद्धि होगी। आप अच्छी मात्रा में धन कमाने में सफल होंगे, लेकिन आपके लिए सेविंग करना थोड़ा मुश्किल होने की आशंका है। आपको सलाह दी जाती है कि अपने आर्थिक पक्ष को मज़बूत बनाए रखने के लिए योजनाबद्ध ढंग से आगे बढ़ें ताकी आप नुकसान से बच सकें।
प्रेम संबंध की बात करें तो इस वक्त मेष राशि के जातक पारिवारिक परेशानी के चलते आपकी लव लाइफ में विवाद होने के आसार हैं। घरेलू कारणों से आपके रिश्ते में सामंजस्य की कमी आने के कारण उतार-चढ़ाव होने की आशंका है लेकिन आपको पॉजिटिव रहते हुए आगे बढ़ना होगा। मेष राशि के जातकों को पारिवारिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए ठंडे दिमाग से काम लेने की आवश्यकता पड़ेगी।
आपके स्वास्थ्य की दृष्टि से बुध का मेष राशि में उदय, सामान्य रहने के संकेत हैं। आपको स्किन एलर्जी, पाचन संबंधित परेशानी और सिरदर्द की समस्या घेर सकती है। सेहत को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको अपनी दिनचर्या में सुधार करने की सलाह दी जाती है।
पहले भाव से बुध आपकी कुंडली के सातवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं इसके परिणामस्वरूप आपके कार्यों में देरी होने के आसार हैं साथ ही गलतफहमी के कारण आपके प्रेम संबंध में भी उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। बिज़नेस के लिहाज़ से देखें तो आपको हानि और लाभ दोनों ही होने के योग हैं।
उपाय- रोज़ाना प्राचीन ग्रंथ नारायणीयम् का पाठ करें।
वृषभ—————
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं और अब वह बारहवें भाव में मौजूद हैं। आमतौर पर बुध का इस भाव में होना दर्शाता है कि आपको अधिक खर्च, पारिवारिक जीवन में कलह, पैसों की परेशानी और बच्चों के कारण दिक्कत मिल सकता है।
इस दौरान जातकों को मानसिक तनाव परेशान कर सकता है और इससे निजात पाने के लिए आप योग और ध्यान का सहारा ले सकते हैं। ऐसा करने से आपको काफी मदद मिलेगी और आप परेशानियों को पार करने में सक्षम हो सकते हैं।
करियर के लिहाज़ से देखें तो इस वक्त में आपको अपनी मेहनत के अनुसार फल न मिलने की आशंका है। साथ ही इस बात की भी आशंका है कि आपको अपने काम के लिए पहचान और सराहना न मिले और इसके कारण आप निराशा से घिर सकते हैं। इन सभी बातों से बचने के लिए आपको सिस्टमैटिक ढंग से आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है।
आर्थिक पक्ष की बात करें तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आप अपनी गलत प्लानिंग के कारण आर्थिक नुकसान का सामना कर सकते हैं। इसके अलावा अनिश्चित प्रतिबद्धताएं भी आपके सामने आ सकती है लेकिन आपको इनसे बच कर रहना होगा। ऐसा न करने से जातकों को नुकसान होने की आशंका है।
वृषभ राशि के जातकों के प्रेम संबंध को देखें तो आप अपने अहंकार के कारण आपके रिश्ते में खटास आने के आसार हैं। आप दोनों के बीच बातचीत की कमी के कारण परेशानियां पैदा हो सकती हैं और मुमकिन है कि यह आसानी से हल न हो। अपनी लव लाइफ को बेहतर बनाने के लिए आपको शांत रहने की जरूरत है ताकि सब कुछ बेहतर ढंग से चलता रहे।
बुध का मेष राशि में उदय वृषभ राशि के जातकों के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव ला सकता है। जातकों को इस दौरान आंखों में जलन, पाचन में दिक्कत और सिरदर्द की समस्या होने की आशंका है।
बारहवें भाव से बुध आपकी कुंडली के छठे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं इसके परिणामस्वरूप जातकों को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी और तनाव होने के आसार हैं इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि योग और ध्यान के माध्यम से अपनी सेहत को बेहतर बनाने का प्रयास करें।
उपाय- रोज़ाना 21 बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें।
मिथुन—————
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब वह ग्यारहवें भाव में मौजूद हैं।
बुध का ग्यारहवें भाव में होना मिथुन राशि के जातकों के लिए बेहद ही शुभ साबित होगा। इस दौरान आप अपनी सभी इच्छाओं की पूर्ति करने में सफल होंगे।
इस अवधि में आप खुद को अधिक शक्तिशाली महसूस करेंगे इसके परिणामस्वरूप आप जीवन में खुश रहेंगे। आप अपने मजाकिया अंदाज़ और तेज़ दिमाग की बदौलत अपने जीवन को बेहतर और आनंदमय बना पाएंगे।
करियर की दृष्टि से बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए बेहद फायदेमंद रहेगा। इस वक्त में जातकों को नौकरी के नए और बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। इसके अलावा आपको अपने काम में पूर्ण रूप से संतुष्टि भी मिलेगी। पेशेवर जीवन में आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होगी और आपको प्रमोशन और इंसेंटिव के माध्यम से लाभ होगा। इतना ही नहीं आप अपने काम में काफी एक्टिव रहेंगे और तेज़ी से आगे बढ़ेंगे।
बिज़नेस के बारे में जानें तो, जातकों को इस वक्त में अच्छा धन लाभ मिलेगा और आप मज़बूत स्थिति में होंगे। बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए वरदान साबित होगा और आप व्यावसायिक तौर पर शानदार योजना के दम पर उमदा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा आप अपने प्रतिद्वंदियों को भी कड़ी टक्कर दे पाएंगे। बिज़नेस के लिहाज़ से यह वक्त आपके लिए भाग्यशाली होगा और इसके परिणामस्वरूप आप हर कदम पर कामयाब होंगे।
अगर आपके आर्थिक पक्ष के बारे में बात करें तो आप ज्यादा से ज्यादा धन कमाने में सफल होंगे। इसके साथ ही आप अधिक मात्रा में पैसे की बचत भी करेंगे और इसके फलस्वरूप आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी।
प्रेम संबंध की दृष्टि से देखा जाए तो आपको जीवन के इस क्षेत्र में भी खुशियों की प्राप्ति होगी। आप अपने रिश्ते में उत्तम दर्जे का प्यार और सामंजस्य कायम करने में सफल होंगे। इसके साथ ही अपनी प्यारी बातों और मीठी वाणी की मदद से आप अपने पार्टनर का दिल जीतते रहेंगे।
आपके स्वास्थ्य को देखें तो, इस क्षेत्र में भी आपके लिए सब कुछ अच्छा ही रहने की संभावना है। हालांकि आपको छोटी-मोटी दिक्कतें हो सकती हैं, लेकिन सेहत के लिहाज़ से कुछ भी चिंताजनक न होने के संकेत हैं।
ग्यारहवें भाव से बुध आपकी कुंडली के पांचवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आप अपनी इच्छाओं और लक्ष्यों की पूर्ति में सफल होंगे और अपने काम और जीवन से बहुत संतुष्ट और खुश रहेंगे।
उपाय- रोज़ाना 21 बार ॐ नमः शिवाय का जाप करें।
कर्क————–
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह दसवें भाव में मौजूद हैं। यह दर्शाता है कि यह अवधि आपके लिए ज्यादा उत्सावर्धक न रहने की आशंका है।
बुध की इस दशा के परिणामस्वरूप आपको कड़ी मेहनत और तमाम कोशिशों के बाद भी इच्छा अनुसार फल प्राप्त करने में संघर्ष करना पड़ सकता है इसके अलावा आपकी संवाद शैली कमज़ोर होने के संकेत हैं। इसके फलस्वरूप आप जीवन में कई अहम मौके हाथ से गंवा सकते हैं।
बुध का मेष राशि में उदय, आपके करियर के लिहाज़ से लाभदायक न रहने की आशंका है। इस दौरान, कर्क राशि के जातक अपने काम में दिलचस्पी खो सकते हैं। इसके अलावा, जातकों पर काम का अधिक दबाव होने के आसार हैं और आपकी सैलरी भी आपकी उम्मीद से कम रहने के संकेत हैं। वहीं कुछ जातकों का इच्छा के विरुद्ध स्थानांतरण होने के योग भी हैं।
अगर आप बिज़नेस करते हैं तो आपके लिए यह अवधि चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है क्योंकि आपके हाथ से कई बड़े और अच्छे अवसर फिसल सकते हैं और इस कारण आपके तनावग्रस्त होने के आसार हैं। वहीं आप कुछ ख़ास व्यावसायिक संबंध भी गंवा सकते हैं, जिसका सीधा असर आपके बिज़नेस प्रॉफिट पर हो सकता है।
प्रेम संबंध पर गौर करें तो इस अवधि में आप अपने पार्टनर के साथ विवाद में पड़ सकते हैं। इसलिए कर्क राशि के जातकों को अपने संबंध बेहतर बनाए रखने के लिए कुछ ख़ास और अहम बदलाव करने पड़ सकते हैं ताकि रिश्ते में प्रेम और सामंजस्य बरकरार रहे।
बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी परेशानियां पैदा कर सकता है। मानसिक तनाव के कारण आपकी ऊर्जा में कमी आने के संकेत हैं और नींद की कमी के कारण आपको अधिक स्ट्रेस की दिक्कत भी घेर सकती है।
दसवें भाव से बुध आपकी कुंडली के चौथे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको पाचन संबंधित, गले में एलर्जी और सिरदर्द की शिकायत होने की संभावना है।
उपाय- रोज़ाना 11 बार ॐ सोमाय नमः का जाप करें।
सिंह————
सिंह राशि के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के नौवें भाव में मौजूद हैं।
इसके परिणामस्वरूप जातकों को अपने जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में भाग्य का साथ मिलेगा लेकिन आपको सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। ऐसे संकेत हैं कि बुध का मेष राशि में उदय आपकी इच्छाओं की पूर्ति में थोड़ा विलंब पैदा कर सकता है।
इस अवधि में आपके करियर में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है। इस दौरान आपको अच्छे नतीजे प्राप्त होंगे लेकिन आपके लक्ष्यों की पूर्ति होने में देरी होने के आसार हैं। आपको कार्यस्थल पर अपनी मेहनत के लिए उचित पहचान मिलने में चुनौतियों झेलनी पड़ सकती हैं हालांकि अगर आप अपनी अलग सोच के साथ आगे बढ़ें तो आप निश्चित ही सफल होंगे।
अगर आप बिज़नेस करते हैं तो इस वक्त में आपको कम धन लाभ होने की आशंका है। आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने के संकेत हैं इसलिए व्यावसायिक तौर पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सिंह राशि के जातकों को कड़ी मेहनत और योजनाबद्ध ढंग से चलना होगा।
सिंह राशि के आर्थिक पक्ष को देखें तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आने वाला है। आसान भाषा में कहें तो आपको इस अवधि में अच्छे धन लाभ होंगे लेकिन साथ ही आपके खर्च में भी वृद्धि होने के संकेत हैं हालांकि आपको इस वक्त में किसी भी बड़े निवेश से बचने की सलाह दी जाती है।
प्रेम संबंध की दृष्टि से देखा जाए तो, आप अपने प्रियतम से खुल कर अपने दिल की बात कहने में हिचकिचा सकते हैं और इसी कारण आप दोनों के बीच विवाद पनप सकते हैं। इसके अलावा आपके रिश्ते में गलतफहमियों के कारण भी सामंजस्य की कमी आने की आशंका है।
इस दौरान आपकी सेहत सामान्य रहेगी, लेकिन जातकों को आंखों में जलन की शिकायत होने के संकेत मिल रहे हैं हालांकि इसके अलावा आपको कोई भी बड़ी परेशानी नहीं होगी।
नौवें भाव से बुध आपकी कुंडली के तीसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके कार्यों में और आर्थिक लाभ में विलंब होने के आसार हैं। हालांकि, देरी के बाद भी सिंह राशि के जातक अच्छी मात्रा में पैसे कमाने में सफल होंगे।
उपाय- रोज़ाना आदित्य हृदयम का पाठ करें।
कन्या————–
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के आठवें भाव में मौजूद हैं।
इस दौरान आप अपनी मेहनत से असंतुष्ट हो सकते हैं और आपको लक्ष्यों को प्राप्त करने में कुछ बाधाओं के कारण विलंब का सामना कर सकते हैं।
करियर के लिहाज़ से बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए ज्यादा उत्साहवर्धक न होने की आशंका है। कन्या राशि के जातकों को कड़ी मेहनत के बाद भी उचित पहचान और नाम हासिल करने में दिक्कत हो सकती है और यह आपके लिए तनाव का कारण बन सकता है। इसके अलावा कुछ जातकों को काम में दबाव के कारण ध्यान एकाग्रित करने में भी परेशानी होने की आशंका है।इसके अलावा यह भी हो सकता है कि आपके सीनियर्स आपकी क्षमता को न पहचान पाएं और इसके चलते आप थोड़ा परेशान हो जाएं।
अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं तो आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने के संकेत हैं। इसके परिणामस्वरूप आप जिनके साथ व्यवयास करते हैं उनकी नज़रों में आपकी छवि भी धूमिल होने के आसार हैं और कड़े मुकाबले के कारण आपको आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
कन्या राशि के जातकों के आर्थिक पक्ष को देखें तो आपको इस दौरान बड़े खर्चों को उठाना पड़ सकता है और यह आपके लिए आसान नहीं होगा। इसके अलावा आपकी कमाई में भी उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं और आपको नुकसान भी होने की आशंका है इसलिए अपनी आर्थिक स्थिति को सामान्य बनाए रखने के लिए जातकों को सही प्लानिंग करने की सलाह दी जाती है।
आपके स्वास्थ्य के बारे में बात करें तो इस अवधि में आपको छोटी-मोटी दिक्कतों हो सकती हैं। इस दौरान जातकों को सिरदर्द और हाइपरटेंशन की शिकायत होने की आशंका है।
आठवें भाव से बुध आपकी कुंडली के दूसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके घरेलू जीवन में विवाद और धन हानि होने के संकेत हैं इसलिए सफल होने के लिए आपको कुछ अहम बदलाव करने की आवश्यकता होगी।
उपाय- बुध ग्रह के लिए बुधवार के दिन पूजा करें।
तुला————-
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह सातवें भाव में मौजूद हैं।
यह अवधि आपके लिए मिले-जुले परिणाम लेकर आ सकती है। इस दौरान जातकों को बिना वजह लंबी दूरी की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है और घूमने-फिरने के दौरान आपकी कोई कीमती चीज़ भी खो सकती है। साथ ही इस वक्त में आपको जीवन में कम सुख की प्राप्ति होने के भी आशंका है।
करियर के लिहाज़ से देखें तो बुध का मेष राशि में उदय आपके लिए ज्यादा अनुकूल न होने के संकेत हैं। इस दौरान आपका स्थानांतरण हो सकता है जो की आपके लिए ज्यादा फायदेमंद न रहने की आशंका है। इसके अलावा आप अपनी नौकरी में संतुष्ट न होने के कारण भी परेशान हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप आप बेहतर और नए अवसरों की तलाश में रहेंगे।
अगर आपका खुद का बिज़नेस है तो आपको मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना है। आसान भाषा में कहें तो आपको नुकसान और लाभ दोनों ही होने के संकेत हैं। तुला राशि के जातकों को इस वक्त में अच्छा धन लाभ कमाने के लिए काफी सतर्कता और समझदारी के साथ आगे बढ़ने की जरूरत होगी। अगर आपका व्यवसाय पार्टनरशिप में है, तो आपको चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
आर्थिक पक्ष को देखें तो इस क्षेत्र में भी आपको दोनों ही परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा। आसान भाषा में कहें तो आप अच्छा धन कमाने में सफल होंगे लेकिन इसी के साथ आपको ज्यादा पैसे भी खर्च भी करना पड़ सकता है। इसके अलावा घूमने-फिरने के दौरान आपके पैसे खोने के आशंका है और इस वक्त में आपको पैसे बचाने में परेशानी होने के आसार हैं।
आपके प्रेम संबंध पर दृष्टि डालें तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए कुछ परेशानियां लेकर आ सकता है। इस अवधि में आप दोनों के बीच विवाद होने के आसार हैं। संकेत हैं कि आप अपने अहंकार के कारण रिश्ते में उतार-चढ़ाव महसूस करें। आपको खुद के अंदर अहम बदलाव करने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसा न करने से आपके रिश्ते में परेशानी बढ़ने की संभावना है।
आपके स्वास्थ्य के बारे में बात करें तो तुला राशि के जातकों को इस क्षेत्र में सामान्य परिणाम मिलेंगे। वहीं आपको अपने पार्टनर की सेहत पर अधिक धन खर्च करना पड़ सकता है और यह आपके जीवन में तनाव का कारण भी बन सकता है।
सातवें भाव से बुध आपकी कुंडली के पहले भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और यह दर्शाता है कि आपको बिना वजह कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं जिसके कारण आपको तनाव होने के संकेत हैं।
उपाय- रोज़ाना 11 बार ॐ बुधाय नमः का जाप करें।
वृश्चिक————-
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के छठे भाव में मौजूद हैं।
इस अवधि में आपकी प्रतिबद्धताएं बढ़ने की आशंका है और मुमकिन है की आप इन्हें पूरा करने में सक्षम न हों। इसके अलावा आपके अंदर असुरक्षा की भावना बढ़ने के आसार हैं और इसके परिणामस्वरूप आप जीवन में सही फैसले लेने में असफल हो सकते हैं। साथ ही वृश्चिक राशि के जातकों के अंदर डर की भावना उत्पन्न होने के संकेत हैं।
करियर के लिहाज़ से बुध का मेष राशि में उदय आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस दौरान आपके ऊपर काम का अधिक दबाव हो सकता है और आपको अपनी कड़ी मेहनत के लिए उचित पहचान हासिल करने में परेशानी होने की आशंका है।
अगर आप बिज़नेस करते हैं तो आपके अंदर इनसिक्योरिटी की भावना पैदा हो सकती है
इसके अलावा आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने के आसार हैं और यह भी मुमकिन है कि आप बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम न हो साथ ही आपको उम्मीद के अनुसार धन लाभ अर्जित करने में परेशानी हो सकती है।
आर्थिक पक्ष के बारे में बात करें तो बुध का छठे भाव में होना आपके लिए परेशानियां पैदा कर सकता है। इसके साथ ही संकेत मिल रहे हैं कि आपको बढ़ती जरूरतों के कारण लोन लेना पड़े और आप पैसों का सही इस्तेमाल करने में असफल भी हो सकते हैं।
वृश्चिक राशि के जातकों के प्रेम संबंध के बारे में बात करें तो आपको बेहद सतर्क रहने की जरूरत होगी। बुध का मेष राशि में उदय, आपकी लव लाइफ में उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है। आप दोनों के बीच किसी ढंग की गलतफहमी के कारण झगड़ा होने के संकेत हैं।
स्वास्थ्य के अनुसार आपके लिए यह समय अनुकूल न रहने के आसार हैं। इस अवधि में आपको स्किन से संबंधित दिक्कत होने के आसार हैं, जिसके चलते आप काफी परेशान हो सकते हैं।
छठे भाव से बुध आपकी कुंडली के बारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं इसके परिणामस्वरूप आपको सिर में तेज़ दर्द और कम भूख की दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। इसी कारण आपका वज़न घट सकता है।
उपाय- रोज़ाना 27 बार ऊँ रुद्राय नम: का जाप करें।
धनु—————
धनु राशि से जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के पांचवें भाव में मौजूद हैं।
बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए अनुकूल न रहने की आशंका है क्योंकि इस दौरान आपको जीवन में समृद्धि की कमी महसूस हो सकती है। आपको भाग्य का भरपूर साथ न मिलने के आसार हैं और इसी कारण आप अपनी विशेषता को साबित करने में विफल हो सकते हैं।
करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो धनु राशि के जातकों को अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए सभी कामों को सिस्टेमेटिक ढंग से आगे बढ़ाना होगा। इसके अलावा आपका झुकाव अध्यात्म और भगवान में कम होने के आसार हैं, जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके करियर पर होने के संकेत हैं।
बिज़नेस की दृष्टि से आपको इस वक्त में ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और यह समय आपके लिए कठिन साबित होने के आसार हैं। आपको अपने बिज़नेस पार्टनर का सपोर्ट न मिलने के कारण नुकसान होने के संकेत हैं साथ ही आपको बिज़नेस में कड़ी टक्कर भी मिल सकती है।
आर्थिक पक्ष के बारे में बात करें तो धनु राशि के जातकों को इस वक्त में अधिक खर्चों का सामना करना पड़ सकता है और मुमकिन है की आपको इसे मैनेज करने में परेशानी हो। इस दौरान जातकों को बढ़ते हुए खर्च को पूरा करने के लिए लोन लेना पड़ सकता है। हालांकि अगर आप ट्रेडिंग और स्पेक्यूलेशन के व्यवसाय में हैं तो आपको इससे लाभ होगा।
आपके प्रेम संबंध की बात करें तो आपके रिश्ते में सामंजस्य और तालमेल की कमी के कारण विवाद होने के आसार हैं। इसके अलावा आप दोनों में बातचीत की कमी के कारण भी विवाद पैदा हो सकते हैं।
धनु राशि के जातकों को सिर में तेज़ दर्द, नसों से संबंधित परेशानी और कम भूख की समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इसके अलावा संकेत मिल रहे हैं की आपको अपने पार्टनर की सेहत पर भी ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े।
बुध पांचवें भाव से आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको इस वक्त में अपने बच्चों से भरपूर समर्थन प्राप्त होगा। साथ ही आपका ध्यान अध्यात्म में अधिक लगेगा।
उपाय- बृहस्पति के लिए गुरुवार के दिन पूजा-अर्चना करें।
मकर————–
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के चौथे भाव में मौजूद हैं।
बुध के इस भाव में होने के परिणामस्वरूप आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इस अवधि में मकर राशि के जातक घर के रिनोवेशन या फिर अपनी माता जी के स्वास्थ्य पर पैसे खर्च करेंगे।
करियर के लिहाज़ से बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए अनुकूल न रहने के संकेत हैं। इस अवधि में आपको अपने कार्य के लिए उचित पहचान न मिलने के कारण तनाव महसूस हो सकता है। इसके अलावा आपके ऊपर काम का दबाव अधिक रहने के संकेत हैं और इसके परिणामस्वरूप आप नई नौकरी की तलाश करेंगे। हालांकि नई नौकरी आपके लिए लाभदायक ही साबित होगी।
अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं तो बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए ज्यादा लाभप्रद न रहने के संकेत हैं। आपको अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने के आसार हैं और इसके कारण आपको आर्थिक नुकसान होने की संभावना है।
आपके आर्थिक पक्ष में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं क्योंकि इस दौरान आपकी कमाई अस्थिर हो सकती है और आपको खर्चों में भी वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। मकर राशि के जातकों को पारिवारिक कारणों से ज्यादा धन व्यय करना पड़ेगा और इसके अलावा पुरानी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के चलते भी आपको परेशानी होने के आसार है।
इस अवधि में आपके पारिवारिक रिश्ते सामान्य रहेंगे लेकिन आप अपने साथी से विवाद में पड़ सकते हैं। इसके अलावा आपको अपने पार्टनर की जरूरतें समझने में भी परेशानी होगी जिसका प्रभाव आपके रिश्ते पर पड़ेगा।
मकर राशि के जातकों को तनाव के कारण नसों से संबंधित परेशानी हो सकती है। साथ ही संकेत हैं कि आपको अपनी माता जी के स्वास्थ्य पर भी कुछ पैसे खर्च करने पड़े।
चौथे भाव से बृहस्पति आपकी कुंडली के दसवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं इसके परिणामस्वरूप आपको नौकरी में अच्छे परिणाम मिलेंगे लेकिन आपको अपने साथियों से काफी कड़ी टक्कर मिलने के आसार हैं इसलिए जातकों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
उपाय- हनुमान जी के लिए शनिवार के दिन पूजा-अर्चना करें।
कुंभ————–
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब वह तीसरे भाव में मौजूद हैं।
करियर के लिहाज़ से बात करें तो, बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए उत्तम परिणाम लेकर आने वाला है। इस दौरान आपको प्रमोशन और इंसेंटिव मिलेगा लेकिन इसी के साथ आपको काम के सिलसिले में अधिक यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। वहीं कुछ जातकों को इस दौरान विदेश जाने का अवसर भी प्राप्त होगा और यह आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
अगर आपका खुद का बिज़नेस है तो आपके लिए यह अवधि अनुकूल होगी। आप आसानी से अच्छा धन लाभ अर्जित करेंगे और इसी के साथ आप अपने प्रतिद्वंदियों को भी कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे। अगर आप विदेश में कारोबार करते हैं या डील करते हैं तो आपको बड़ी मात्रा में फायदे होंगे।
आर्थिक पक्ष को देखें तो आपके सामने कुछ अनिश्चित खर्च आ सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके ऊपर दबाव बढ़ सकता है। आशंका है कि आपको अपने खर्च को पूरा करने के लिए लोन लेना पड़े और इसी कारण से आप पैसे बचाने में सक्षम न हों।
मेष राशि में बुध के उदय के दौरान आपके प्रेम संबंध में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है। आसार हैं कि आपकी लव लाइफ में सामंजस्य और बातचीत की कमी के कारण विवाद खड़े हो जाएं। सही ढंग से बात न होने के कारण गलतफहमियां और झगड़े बढ़ सकते हैं इसलिए आपको कुछ अहम बदलाव करने की जरूरत होगी ताकि आपके संबंध प्रेमपूर्वक चलते रहें।
बुध का मेष राशि में उदय, आपके लिए स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुछ चुनौतियां लेकर आ सकता है। आपको चेहरे और आंखों में जलन की शिकायत होने की आशंका है और इसके अलावा आपको नसों से संबंधित दिक्कत भी परेशान कर सकती है।
तीसरे भाव से बुध आपकी कुंडली के नौवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप आपको भाग्य का भरपूर साथ न मिलने के कारण कुछ अहम मौकों से हाथ धोना पड़ सकता है। कुल मिलाकर कहें तो आपके लिए सफल होना इतना आसान नहीं होगा और आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।
उपाय- रोज़ाना ॐ हनुमते नमः का जाप करें।
मीन————-
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपकी कुंडली के दूसरे भाव में मौजूद हैं।
करियर के लिहाज़ से देखें तो यह अवधि आपके लिए ज्यादा अनुकूल और उत्साहवर्धक न रहने की आशंका है। आपको अपने काम के लिए उचित श्रेय न मिलने के कारण परेशानी होने के आसार हैं और यह आपके काम में बाधक बन सकता है। इसके अलावा मीन राशि के जातकों को काम में अधिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं तो मुमकिन है कि आपके लिए यह अवधि ज्यादा फायदेमंद न रहे। आप अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में असफल हो सकते हैं। इसके अलावा आपको व्यावसायिक जीवन में दूसरी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
आर्थिक पक्ष को देखें तो जातकों को इस क्षेत्र में भाग्य का साथ न मिलने की आशंका है। इसके अलावा यह भी संकेत हैं कि आप आउटसोर्सिंग और विदेशी कार्य से धन कमाने में असफल हो सकते हैं।
प्रेम संबंध की दृष्टि से देखें तो जातकों को इस अवधि में अपने परिवार और पार्टनर के साथ रिश्तों में सामंजस्य की कमी महसूस हो सकती है। इस दौरान आपके प्रेम संबंध में खुशियों की कमी रहने के आसार है।
आपकी सेहत में भी उतार-चढ़ाव आने की आशंका है। इस वक्त में जातकों को आंखों में जलन, रोग-प्रतिरोधक क्षमता में कमी और ठीक से नींद न आने की परेशानी होने के संकेत मिल रहे हैं।
दूसरे भाव से बुध आपकी कुंडली के आठवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं इसके परिणामस्वरूप आपको अनिश्चित चीजों का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय- रोज़ाना 21 बार ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का जाप करें।